राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने तस्करी की एक बड़ी कोशिश नाकाम की, "ऑपरेशन फायर ट्रेल" के तहत ₹35 करोड़ मूल्यD के चीनी पटाखे ज़ब्त किए।
भारत में चीनी पटाखों और आतिशबाजी की तस्करी पर एक बड़ी कार्रवाई में, राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने "ऑपरेशन फायर ट्रेल" नामक एक अभियान में, लगभग 35 करोड़ रुपये मूल्य के भारी मात्रा में चीनी पटाखों/आतिशबाजियों का सफलतापूर्वक पता लगाया, उन्हें रोका और जब्त किया, जो नवाशेवा पोर्ट, मुंद्रा पोर्ट और कांडला एसईजेड के लिए या वहां पड़े सात (7 ) कंटेनरों में छिपे हुए पाए गए।
100 मीट्रिक टन वज़न वाले चीनी पटाखों को एक KASEZ इकाई और कुछ IEC धारकों के नाम पर अवैध रूप से आयात किया गया था, और इन्हें "मिनी डेकोरेटिव प्लांट्स", "कृत्रिम फूल" और "प्लास्टिक मैट" जैसे सामान बताकर गलत जानकारी दी गई थी। गौरतलब है कि इनमें से कुछ खेपों को एक KASEZ इकाई द्वारा कांडला SEZ के रास्ते घरेलू टैरिफ क्षेत्र (DTA) में भेजने के इरादे से भेजा गया था।
उल्लेखनीय है कि इनमें से कुछ खेपों को कांडला विशेष आर्थिक क्षेत्र (केएएसईजेड) इकाई द्वारा घरेलू टैरिफ क्षेत्र (डीटीए) में भेजने के इरादे से कांडला विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) के रास्ते भेजा गया था।
एसईजेड इकाई के एक प्रमुख भागीदार, जो गलत घोषणा और एसईजेड प्रावधानों के दुरुपयोग के माध्यम से चीनी पटाखों/आतिशबाजियों की तस्करी में सक्रिय रूप से शामिल पाया गया है, को गिरफ्तार कर लिया गया है। माननीय न्यायालय ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
विदेश व्यापार नीति के आईटीसी (एचएस) वर्गीकरण के तहत पटाखों का आयात 'प्रतिबंधित' है, और विस्फोटक नियम 2008 के तहत डीजीएफटी और पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ) से लाइसेंस की आवश्यकता होती है। पटाखे और आतिशबाजी हानिकारक हैं क्योंकि इनमें लाल सीसा, कॉपर ऑक्साइड, लिथियम आदि जैसे प्रतिबंधित रसायन होते हैं।
पटाखे अपनी अत्यधिक ज्वलनशील प्रकृति के कारण सार्वजनिक सुरक्षा, बंदरगाह अवसंरचना और व्यापक रसद आपूर्ति श्रृंखला के लिए एक बड़ा खतरा पैदा करते हैं।
यह सावधानीपूर्वक नियोजित और निर्बाध रूप से क्रियान्वित अभियान, तस्करी से निपटने, देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे की सुरक्षा और जन सुरक्षा के प्रति डीआरआई के अटूट संकल्प को दर्शाता है। इन अवैध और खतरनाक शिपमेंट को भारतीय बाजारों में प्रवेश करने से रोककर, डीआरआई ने आकस्मिक विस्फोटों से लेकर आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान तक, संभावित खतरों को टाला है।
डीआरआई उन अवैध नेटवर्कों का पता लगाने, उन्हें रोकने और उन्हें नष्ट करने के अपने मिशन के प्रति प्रतिबद्ध है जो एक्ज़िम व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र को कमजोर करते हैं और जन सुरक्षा को खतरे में डालते हैं।
एनकाउंटर न्यूज़ म. प्र
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