इंदौर आयुक्त के निर्देश पर जल्द शुरू होगा शहर के "फेफड़ों" यानि "हरित क्षेत्रों" पर विकास का कार्य
इंदौर शहर के मध्य क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने और नागरिकों को स्वच्छ एवं बेहतर वातावरण देने की दिशा में नगर निगम ने एक अहम कदम उठाया है। पोलो ग्राउंड क्षेत्र में 12.880 हेक्टेयर भूमि पर भव्य उद्यान और तालाब निर्माण
* इंदौर को मिलेगा नया भव्य उद्यान और तालाब
* मियांवाकी पद्धति से होगा वृक्षारोपण
* पोलो ग्राउंड में उद्यान और तालाब निर्माण की योजना
शहर के मध्य क्षेत्र पोलो ग्राउंड में नगर निगम द्वारा भव्य उद्यान और तालाब विकसित किया जाएगा। मियांवाकी पद्धति से वृक्षारोपण किया जाएगा जिससे शहर के लंग्स यानी फेफड़े और मजबूत होंगे। नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने स्थल निरीक्षण कर परियोजना को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए हैं। निगमायुक्त शिवम वर्मा ने बताया कि यह परियोजना इंदौर के पर्यावरण को संवारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मियांवाकी पद्धति से वृक्षारोपण किया जाएगा, जिससे क्षेत्र में घना जंगल विकसित होगा। इसके अलावा, योगा सेंटर, पाथवे और तालाब का निर्माण शहरवासियों के लिए स्वास्थ्यवर्धक वातावरण प्रदान करेगा। इंदौर में बढ़ती जनसंख्या और प्रदूषण को देखते हुए हरित क्षेत्र विकसित करना जरूरी हो गया है। नगर निगम की यह पहल शहर के पर्यावरण और नागरिकों की सेहत के लिए बहुत लाभदायक साबित होगी। इंदौर नगर निगम ने पोलो ग्राउंड क्षेत्र में 12.880 हेक्टेयर भूमि पर एक विशाल उद्यान और तालाब विकसित करने की योजना बनाई है। इस परियोजना के तहत योगा सेंटर, वॉकिंग पाथवे और अन्य आधुनिक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
यह क्षेत्र शहर के फेफड़ों की तरह कार्य करेगा और हरियाली को बढ़ावा देगा। इस परियोजना के तहत मियांवाकी पद्धति से वृक्षारोपण किया जाएगा। यह एक जापानी तकनीक है, जिसमें बहुत कम समय में घना जंगल विकसित किया जा सकता है। इस पद्धति से रोपे गए पौधे तेजी से बढ़ते हैं और अधिक ऑक्सीजन उत्पन्न करते हैं, जिससे पर्यावरण को बड़ा लाभ मिलता है।
नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने आज पोलो ग्राउंड क्षेत्र का विस्तृत निरीक्षण किया। उनके साथ अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर, सहायक यंत्री नरेश जायसवाल, उद्यान प्रभारी श्री नागेंद्र सिंह भदौरिया और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस परियोजना को तेजी से क्रियान्वित किया जाए और इसे शहर की प्रमुख हरित परियोजना के रूप में विकसित किया जाए। इस परियोजना के तहत शहर में हरियाली और ऑक्सीजन स्तर में वृद्धि होगी। नागरिकों को स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक वातावरण मिलेगा। योगा सेंटर और पाथवे से लोगों को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।
तालाब से जल संरक्षण और भूमिगत जल स्तर सुधारने में मदद मिलेगी। मियांवाकी पद्धति से वृक्षारोपण से शहर का तापमान नियंत्रित रहेगा। नगर निगम इंदौर ने इस परियोजना को प्राथमिकता पर पूरा करने का संकल्प लिया है। इस परियोजना के तहत निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा ताकि नागरिकों को इसका लाभ शीघ्र मिल सके।
इस परियोजना के तहत योगा सेंटर, पाथवे और अन्य आधुनिक सुविधाओं का भी विकास किया जाएगा। नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने आज इस स्थल का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को परियोजना की योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
पर्यावरण सुधार और नागरिकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता
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