आलीशान शालीमार टाउनशिप में ‘ज़हर उगलता’ जनरेटर POLLUTION

इंदौर की करोड़ों की आलीशान शालीमार टाउनशिप में दम घुटने लगा, प्रीमियम टावर के नीचे लगा ‘ज़हर उगलता’ जनरेटर


इंदौर की सबसे ‘पॉश’ टाउनशिप में से एक शालीमार टाउनशिप, लेकिन हकीकत इतनी भयावह है कि वहां रहना किसी सज़ा से कम नहीं। करोड़ों में बिके फ्लैट, प्रीमियम टावर, चमकते फर्श, लेकिन सिस्टम पूरी तरह दमघोंटू। करोड़ों की कीमत वाली इस टाउनशिप में व्यवस्था दो कौड़ी की है। प्रीमियम टावर-1 में रहने वाले लोग जनरेटर से निकलते काले धुएं की वजह से सांस तक नहीं ले पा रहे।

                                                        05-06-2025, इंदौर।  जिस इंदौर को देश का सबसे साफ शहर होने का तमगा मिला है, उसी इंदौर के प्रीमियम टावर में लोग धुएं से दम तोड़ने को मजबूर हैं। बात शालीमार टाउनशिप के प्रीमियम टावर-1 की है, जहां पार्किंग में ऐसा जनरेटर लगाया गया है, जो लाइट जाने पर ऐसा जहर उगलता है कि न बच्चे चैन से सांस ले पा रहे, न बुज़ुर्ग जी पा रहे हैं। रहवासियों की पुकार नगर निगम तक पहुंची, नोटिस भी गया, लेकिन बिल्डर की ज़िद के आगे सब बेबस। दरअसल इंदौर की आलीशान शालीमार टाउनशिप के प्रीमियम टावर-1 में रहने वाले लोग जनरेटर के काले धुएं से परेशान हैं। यह जनरेटर पार्किंग एरिया में लगाया गया है, जबकि उसकी सही जगह सर्विस एरिया मानी जाती है। इस जहरीले धुएं से बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। वहीं अस्थमा व हृदय रोगियों को स्वास्थ्य संबंधी खतरा बना हुआ है। 

                            

                                               

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बच्चों में खांसी व एलर्जी की शिकायत सामने आ रही है। पूरे टावर में तेज़ धुएं और तेल की गंध फैली रहती है। रहवासियों ने नगर निगम की जनसुनवाई में शिकायत भी दर्ज करवाई थी। इसके बाद जोन क्रमांक 22 के भवन अधिकारी ने 23 नवंबर 2024 को विजय मीरचंदानी (डायरेक्टर, शालीमार हाउसिंग एंड फाइनेंस लिमिटेड) को 3 दिन में जनरेटर हटानर का नोटिस जारी किया था । 

                                            


नोटिस में स्पष्ट रूप से जनरेटर को यहां से हटाकर सर्विस एरिया में लगाने के निर्देश दिए गए थे। इसके उपरांत 17 फ़रवरी 2025 में भी सुचना पत्र जारी किया गया, पर इतने इतने माह बाद भी न जनरेटर हटा, न कोई निगम ने कोई सख्त कार्यवाही नहीं करी सुनवाई हुई। आज, 6 महीने बाद भी जनरेटर वहीं का वहीं है और लोगों का दम निकाल रहा है। र

 रहवासियों का आरोप है कि सोसाइटी के अध्यक्ष और सेक्रेटरी इस बात को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। बहरहाल अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है। 


रहवासी रोज़ाना अपनी सेहत और सांसों की कीमत भी चुका रहे हैं, बाकायदा मेन्टेनन्स और निगम टैक्स के साथ ।


इंदौर से एनकाउंटर न्यूज की रिपोर्ट।



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