पता नहीं सोनम तुम्हारे किए हुए कृत्य पर क्या कहा जाना चाहिए, शायद इस कृत्य पर शर्म शब्द भी बहुत छोटा पड़ जाता है। तुम तो यह भी नहीं जानती कि तुमने अपनी जिंदगी बनाने के चक्कर में कितनी जिंदगियां खराब कर दी सबसे पहले तो खुद की फिर तुम्हारे से 5 साल छोटे तुम्हारे प्रेमी राज की फिर एक ऐसे इंसान की जो शायद तुम्हारे अंदर जीवन भर का प्यार और जीवन साथी देख रहा था, एक ऐसा परिवार जो शायद तुम्हें एक बहू के रूप में स्वीकार कर चुका था और अपने सपने सजाये हुए था।
हमने रिकॉर्डिंग भी सुनी तुम्हारी और तुम्हारी सास के साथ में जो अंतिम दिनों में हुई थी एकादशी का व्रत उस व्रत को लेकर एक मां की चिंता एक अपनापन तुम्हारे प्रति अपनापन कि "मेरी बहू ने कुछ खाया कि नहीं खाया आज मेरी बहू का भी व्रत है"।
सोनम क्या है क्या किया, अरे क्या कर दिया अरे इतना घृणित कार्य करने के पहले पता नहीं मन में तुमने 10 बार सोचा भी होगा कि नहीं सोचा होगा क्या चीज तुम्हें इस और ले गई।
तुम खुद भी एक अच्छे परिवार से थी अपना खुद का एक काम काज था, अपना खुद का व्यापार था। किसी के प्रति आकर्षित होना यह आम बात है, यह सब बातें होती हैं, प्यार मोहब्बत यह सब बातें होती है... आपको शादी के लिए स्पष्ट मना कर देना था, घर छोड़कर भाग जाती, जिद करती पर किसी ऐसे इंसान का जीवन खत्म और अपने और राजा के परिवार को बर्बाद नहीं करती जो तुम्हारे आश्रय थे...
23 मई को जब सबसे पहले खबर प्राप्त हुई इस समय हम मीडिया के लोग तुम दोनों की नई-नई जानकारियां निकलने में लग गये हर स्तर पर दोनों के मां बाप की आह शासन प्रशासन तक पहुंचाने लगे, जिससे जानकारियां कैसे भी मिले की सोनम-राजा मिले क्या, सोनम राजा मिले क्या, सोनम राजा मिले क्या, कहीं से भी कैसे भी जानकारी को जानने की कोशिश करने लगे हम इंदौर वासियों ने प्रयास कर सरकार पर दबाव बनाएं और सीआईडी जांच, एसआईटी जांच जाने क्या-क्या की मांग कर डाली, किसी भी इंदौरी ने तुम्हारे इस भयानक मनसूबे का जानकारी भी नहीं थी
अब तक सुना था कि प्यार अंधा होता है, पर प्यार में अंधे कत्ल भी होते हैं यह सुनकर बहुत दुख हुआ, सच बोलूं तो इसे प्यार कहना भी प्यार पर कीचड उछलना होगा
पत्रकार सुदेश गुप्ता
इंदौर से एनकांउटर न्यूज एमपी के लिए
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