इंदौर सेवा सेतु एप के माध्यम से ऐसे बच्चों को किताबों और स्टेशनरी का वितरण किया गया
कोविड काल की त्रासदी अभी भी कई परिवारों के जीवन में दर्द बनकर मौजूद है। लेकिन इंदौर जिला प्रशासन ने अब उन बच्चों की शिक्षा को सहारा देने का बीड़ा उठाया है जिन्होंने इस महामारी में अपने पिता को खो दिया। इंदौर सेवा सेतु एप के माध्यम से ऐसे बच्चों की पहचान की गई और अब उन्हें शिक्षा से जोड़ने के लिए किताबों और स्टेशनरी का वितरण किया गया है।
२४/०५/२०२५ इंदौर। जिले में ‘सेवा सेतु’ एप के माध्यम से उन बच्चों की पहचान की गई थी, जिन्होंने कोरोना काल के दौरान अपने पिता को खो दिया था। इस पहल के अंतर्गत कलेक्टर कार्यालय में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां इन बच्चों को कॉपी और किताबें वितरित की गईं। कार्यक्रम में इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ इस सराहनीय पहल में सहयोग देने पहुंचे समाजसेवी और सरिया व्यवसायी संदीप जैन और अजीत श्रीवास्तव भी शामिल रहे।
दोनों ही समाजसेवियों ने भावुकता के साथ कहा कि यह उनका सामाजिक कर्तव्य है कि वे भविष्य की पीढ़ी को संबल प्रदान करें। कार्यक्रम के दौरान कई बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई जब उन्हें अपने नाम से पुकारकर कॉपी-किताबों का सेट सौंपा गया। कुछ बच्चों की आंखों में चमक और आत्मविश्वास दिखा, तो कुछ ने शिक्षक बनने और डॉक्टर बनने के सपने साझा किए। सेवा सेतु एप के माध्यम से पहले बच्चों का रजिस्ट्रेशन कराया गया, फिर डाटा के सत्यापन के बाद पात्र बच्चों को चिन्हित किया गया। इस कार्यक्रम में कुल दर्जनों बच्चों को पुस्तकें वितरित की गईं और भविष्य में और भी बच्चों तक इस योजना का लाभ पहुंचाने का संकल्प दोहराया गया। यह पहल ना सिर्फ शिक्षा की अलख जगाने वाली है, बल्कि यह इंदौर शहर की सामाजिक चेतना और करुणा का भी प्रमाण है। इस तरह की पहलों से प्रशासन और समाज की सहभागिता से जरूरतमंद बच्चों को नई दिशा मिलती है।
कोविड पीड़ित बच्चों को मिला एप से सहारा, कोविड में पिता खो चुके बच्चों को शिक्षा की राह पर सहारा,इंदौर कलेक्टर और समाजसेवियों ने वितरित की किताबें
इंदौर से एनकाउंटर न्यूज की रिपोर्ट।
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