एक बुजुर्ग विधवा महिला को कलेक्टर आशीष सिंह की त्वरित कार्रवाई से मिल गया हक ... Immediate Justice by Indore Collector


एक बुजुर्ग विधवा महिला को कलेक्टर आशीष सिंह  की त्वरित कार्रवाई से मिल गया हक....   


न्याय में देरी अन्याय के समान होती है, लेकिन जब प्रशासन सक्रिय हो तो अन्याय करने वालों को मुंह की खानी ही पड़ती है। ऐसा ही एक मामला इंदौर में सामने आया, जहां एक बुजुर्ग विधवा महिला को उसके ही घर से बेदखल कर दिया गया था। बेटी को तलाक देने के बावजूद पूर्व दामाद ने मकान पर कब्जा कर रखा था। जब यह मामला कलेक्टर आशीष सिंह के संज्ञान में आया, तो उन्होंने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए और आखिरकार बुजुर्ग महिला को उनका हक मिल गया।


इंसाफ मिलने पर बुजुर्ग महिला नें भर-भर कर कलेक्टर आशीष सिंह को दिया आशीर्वाद WATCH VIDEO IN THIS LINK

इंदौर में एक बुजुर्ग महिला को उसके ही घर से बेदखल करने वाले पूर्व दामाद को प्रशासन ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मामला कलेक्टर आशीष सिंह के संज्ञान में आते ही तुरंत कार्रवाई की गई। एसडीएम घनश्याम धनगर और प्रदीप सोनी की कोर्ट में बुजुर्ग महिला को इंसाफ मिला। वर्षों से प्रताड़ना झेल रही कुलसुम बाई ने प्रशासन का आभार जताया और दुआएं दीं। इंदौर की बुजुर्ग विधवा महिला कुलसुम बाई पिछले कई वर्षों से अपने ही घर से बेदखल थीं। उनकी बेटी का तलाक हो चुका था, लेकिन पूर्व दामाद अजीम खान (उज्जैनी) ने उनके मकान पर कब्जा कर रखा था। प्रशासन के पास बार-बार गुहार लगाने के बाद भी कोई हल नहीं निकल रहा था। 

मामला जब कलेक्टर आशीष सिंह के संज्ञान में आया, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। एसडीएम घनश्याम धनगर और प्रदीप सोनी की कोर्ट ने बुजुर्ग महिला के हक में फैसला सुनाया और अजीम खान को मकान से बेदखल कर दिया। 

न्याय मिलने के बाद कुलसुम बाई ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर आशीष सिंह और एसडीएम का आभार जताया और उन्हें ढेरों दुआएं दीं। 


यह मामला दिखाता है कि जब प्रशासन सक्रिय होता है, तो अन्याय करने वालों को पीछे हटना ही पड़ता है। 


इंदौर से एनकाउंटर न्यूज की रिपोर्ट।


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