गर्मी की आहट और पानी की किल्लत से बचने के इंदौर महापौर ने निगम के साथ कवायद शुरू की To avoid the heat and water shortage, the INDORE Mayor started an exercise with the corporation

गर्मी की आहट और पानी की किल्लत से बचने के इंदौर महापौर ने निगम के साथ कवायद शुरू की


इंदौर शहर में पीने के पानी की सप्लाई को लेकर पूरा शहर नर्मदा नदी के भरोसे है। जहां खरगोन जिले के जलूद से लेकर इंदौर तक करीब 80 किलोमीटर पाइपलाइन डाली गई है, जहां तीन चरणों में डाली गई पाइप लाइन के माध्यम से शहर की करीब डेढ़ सौ से ज्यादा टंकियां को भरा जाता है। इसके बावजूद शहर के कई इलाके ऐसे हैं जहां सामान्य दिनों में भी पानी नहीं पहुंच पाता उन इलाकों में गर्मी के सीजन में हाहाकार मच जाता है। नगर निगम शहर के ऐसे इलाकों को चयनित किया है, जहां पीने का पानी पहुंचाने के लिए टैंकरों की व्यवस्था की जाना है। इंदौर के स्मार्ट सिटी कार्यालय पर आयोजित बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव निगम आयुक्त शिवम वर्मा और जल कार्य समिति प्रभारी अभिषेक बबलू शर्मा के नेतृत्व में आयोजित की गई बैठक में शहर के ऐसे वार्डो पर चर्चा की गई जहां पीने का पानी टैंकरों के माध्यम से भेजा जाना है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष गर्मी के सीजन में इंदौर नगर निगम में करीब 500 से अधिक टैंकर किराए पर लेकर पीने का पानी शहर के विभिन्न वार्ड में पहुंचाया था, इसके बावजूद भी जल आपूर्ति नहीं हो पाई थी। इस मुद्दे को लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए हैं कि नर्मदा का पानी अब टैंकरों के माध्यम से नहीं भेजा जाएगा बल्कि नगर निगम के बोरिंगो पर हाइड्रेंट लगाकर टैंकर भरे जाएंगे, और उन्हें शहर के वार्ड में भेजा जाएगा। 

महापौर भार्गव ने चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि निगम का कोई कर्मचारी या अधिकारी टैंकर से पानी बेचते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा भी दर्ज करवाया जाएगा।

इंदौर से एनकाउंटर न्यूज की रिपोर्ट।

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